श्रीमहाराज विरचित श्रीराम पाठ

5
||शशशशशशशशशश शशशशशश शशशशशशश शशश|| ||शशशशशशश शशशशश|| श शशश शश शशशशशशशशशशश | शशशश शशशश शशशशशश शशशश | शशशशश शशश शशशशशश | शशशशशश शशशश शशशशशशश |||| शशशशशशशशश शशशशशश | शश शशशशश शशश शशशशशश | शशशश शशशशश शशशशशशश | शशशशशशश शशशशश |||| शशशशश शशशशशशश शशशशशशशश | शशशशशशशशशश शशशशशश शशशशशश | शश शशशशशशश शशशशशशशश | शश शशशश शशश शश |||| शशशशशशशशशशश शशशशश | शशशशशश शशशश शशशशशश | शश शशशशशशशशशशश | शश शशशशश शशशशश |||| शशशशशशश शशशशश शश शशशशशश | शशशशशशशशशशश शशशशशशश शशशश | शशशशश शशशश शशशशश शशश | शश शशशशश शशशशशशश |||| शशशशशशश शशशशशशशश शशशशश | शशशशशशशशश शशशशश | शशशशशशशश शशशश शशशशश | शशशश शशशश शशशशशशश |||| शशशशशश शशशशश शशशशशशश | शशशशश शशशशशश शशशशशशश | शशशशशश शशशशशश शशशश | शश शशश शशशशशशश श शशश ||||

description

WRITTEN BY BRAMHACHAITANYA MAHARAJ

Transcript of श्रीमहाराज विरचित श्रीराम पाठ

Page 1: श्रीमहाराज विरचित श्रीराम पाठ

||श्री�महा�रा�ज विराचि�त श्री�रा�म पा�ठ||||श्री�रा�म समर्थ�||

ॐ नम� ज� सद्गु�रुन�र्थ� | त�झे� �राणी� ठ� विला� म�र्थ� |पा�णी� करा� मन�रार्थ� | विन�त� म�झे� पारिरास�� ||१||

रा�मपा�ठ��� उच्चा�रा | मम हृदयी� करा� उद्धा�रा |हा�चि� म�गणी� �रा��रा | त�जला�ग� दयी�ळा� ||२||

व्या�स �ल्म�क न�रादम�न� | शु�कसनक�दिदक ज्यी��� ध्यी�न� |त� श्री�रा�म �क्रपा�णी� | मम �णी� द� क� ||३||

अयी�ध्यी��स� नगराजन | रा�म�स� भजत� अन�दिदन |त� क5सल्यी�न�दन | मम हृदयी� स�� ||४||

सद्गु�रू म्हाणी� ऊठ लाला�हा� | ज्ञा�नद;पा��� प्रक�शु� पा�हा� |स्त� आपाला� शु�धू�न घे�ई | मग पा�शु� विनजस�खा� ||५||

सद्गु�रू रा�जDद्य पा�णी� | रा�मन�म��� रास�यीन |स्हास्त� म�खा� पा�ज�न | क� ला� स�धू स्रूपा� ||६||

न�त्री� घे�तला� बो�धू��जन | भरा�ग क�दिIला� म�ळा;हून |म�तK द�विला� सग�णी | त� रूपा र्णिणीMला� न ज�यी ||७||

�त�भ��ज म�घेश्यी�म स�ळा� | क��स� पा�त��बोरा विपाळा� |गळा� Dजयी�त�म�ळा� | म�क्ता�हा�रा डो�लात� ||८||

अ�ग� ��दन��� उटी; | क� शुरा कस्त�रा� लाल्ला�टी; |अम�ल्यी रात्न� शु�भत� मनगटी; | कणीK क�� डोला� तळापात� ||९||

क्षु�द्रघे�टी� �जत� कटी; | दशु��ग�ला� म�दिद्रक���� द�टी; |बो�हुभ�षणी� शु�भत� मनगटी; | स�णी�पा�दुक� �राणीकमला� ||१०||

शु�खा �क्र ��पा बो�णी | राद हास्त उद�रा दन |विशु�ळा भ�ळा आकणी� नयीन | ऐस� भग�न द�खिखाला� ||११||

ग�प्त ठ� विला� विनग��णी | प्रकटी क� ला� स्रूपा सग�णी |श्री�रा�म अत�रा घे�ऊन | धूम� स्था�विपाला� स्हास्त� ||१२||

अयी�ध्यी� पा�ण्यी�न नगरा� | त�र्थ� श्री�रा�म रा�ज्यी करा� |तपा�विनधू� महा�क्षुत्री� | सिंसMहा�सन� विरा�ज� ||१३||

Page 2: श्रीमहाराज विरचित श्रीराम पाठ

शु�ष� धूरिराला� छत्री | भरातशुत्री�घ्न करिरात� ��मरा |भक्ता प्र�र्थिर्थMत� �रा��रा | जयीजयीक�रा� गज�त� ||१४||

नळा न�ळा ज��बो��त | अ�गद स�ग्री� विबोभ�षणी भक्ता |विनरिराच्छ �यी�स�त | सद� विनमग्न रा�मरूपा� ||१५||

चिसष्ठ विश्वा�मिमत्री ऋष� | दत्त दिदग�बोरा त�पास� |ब्रह्म��रा� विकत्यी�क स�न्यी�स� | रा�मन�म� ला�ब्धला� ||१६||

रा�मन�म हृदयी� धूरून | ध्यी�न� बोDसला� यी�ग�जन |यीम इं�द्र अखिग्न रुणी | पा��दन तपा करा� ||१७||

रा�मन�म��� अपारिरामिमत शुक्ताr | शु�ष��� र्णिणीMत� खा��टीला� मत� |�द��� न �ला� गवित | शु�स्त्री� लाज्जिtत बोDसला� ||१८||

अन�त अत�रा���� मविहाम� | त�हा� रा�मन�म� त�ळा�न� |ऐचिशुयी� रा�म�च्यी� सद्गु�णी� | म� म�न क�यी णी�� ||१९||

रा�म� रा�गला� वित्रीभ�न | जडोम�I क�ष्ठ पा�ष�णी |घेटीमठ��त स�vत पारिरापा�णी� | त्यी�हून �गळा� रा�विहाला� ||२०||

पिंपाMडोब्रह्म��डो��� रा�न� | त� विनर्मिमMला� राघे�न�दन� |जगव्या�पाक� आत्म�रा�म� | शु�मिधूत� ठ�यी� न पाडो� क�ठ� ||२१||

त�झे� स्रूपा��� व्हा�� प्र�प्त� | यी�ला�ग� विकत्यी�क तपा करिरात� |विकत्यी�क पा���खिग्नधू�म्रपा�न स�मिधूत� | तयी��स� अ�त न ला�ग� त�झे� ||२२||

त�र्थ� म� अज्ञा�न म�Iमत� | करू न�णी� त�झे� भक्ताr |पारिरा स�तम�खा� ऐविकला� कrतK | शुराणी�गत� उद्धारा� त� ||२३||

म�झ्यी� भ�ग्यी�स� न�हा� मिमत� | त� भ�टीला�स� जगज्ज्यी�त� |आत� कळा�ला तDशु� रा�त� | उद्धा�रागवित करा� म�झे� ||२४||

त�झे� ब्र�द��� मविहाम�न | विकत्यी�क उद्धारिराला� पा�पा�जन |विरा�धूभक्ताrन� रा�णी | Dक�� ठपाद; पा�विला� ||२५||

स�त्त्वि}क भक्ता र्थ�रा र्थ�रा | त�लास�द�स कम�ला कबो�रा |रा�मद�स �यी�क� मरा | त्यी���� पिंकMकरा मज करा� ||२६||

म� न म�ग� धूनस�पात्त� | मज नलाग� Dक�� ठप्र�प्त� |पारा� त�झ्यी� भक्ता���� स�गत� | मज घेडो� स�द� ||२७||

Page 3: श्रीमहाराज विरचित श्रीराम पाठ

क�ट्या�न�क�दिटी जन्म घे�ईन | करा�न त�झे� पा�दस�न |अत�राला�ला� म�खा�न� ग�ईन | ऐस� मज द�ई स�र्थ� ||२८||

त�झ्यी� अत�राला�ला� बोहुत | व्या�स बो�चिलाला� स�स्क� त |त� अज्ञा�न�स� न हा�यी प्र�प्त | यी�स्त प्र�क� त र्णिणीMला� ||२९||

सद्गु�रून� विनर्मिमMला� हा� ग्री�र्थ | रा�मपा�ठ क� ळा अम�त |श्रीणीद्वा�रा� पा�ज�विन यीर्थ�र्थ� | त�प्त क� ला� भक्ताजन ||३०||

ज्यी�स� Dक�� ठपाद��� ग�डो� | त्यी�न� रा�मपा�ठ भज�� आडो� |त्यी��� स�कटी; घे�ला�विन उडो� | श्री�रा�म राक्षु� विनज��ग� ||३१||

ज्ञा�नद� करा� हारिरापा�ठ | ब्रह्म�Dतन्यी करा� रा�मपा�ठ |भक्ताजन� म�न�� द�न्हा� श्री�ष्ठ | ग्री�र्थ रिराष्ठ प्रभ��� ||३२||

मज क�हा� ज्ञा�न नस� पिंकMचि�त� | हृदयी� प्रकटीला� ज�नकrक��त |त्यी��� त्यी�न� चिलाहून ग्री�र्थ | भक्ता�स� अर्पिपाMला� प्र�त�न� ||३३||

||ज�नकrज�नस्मराणी जयी जयी रा�म ||