एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा!

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Chapter 4 - एएए एएएएए एएएएए एएएएएए एए एएएए! (एएएएएए एएएएएए) Question 1: एएएएए एएएएएए एए एएएएए एएए एएएए एए एएएएएएएए एएएए एएएए एएएए एएएए एए एएएएएए एए एए एएएए एएए ए एए एएएएए एएए एएए एएएएए एए एएएएएए एए एएएए एए एएए एएएएएए एएएएए एए? एए एएएएए एएए एएएए एए एएएएएए ए एएएएएए एएएए एएएएएएए एए एएएएएए एए एए एएएए एए एएएएएए एए एएएएए एए एए,एए एएएए एएए एएए एए एएएएएएएए एएएए एए एएए एएए एएएए एएएए एएए एएएएएए ए एएएएएए एएए एएए एएए, एए एएएए एएए एएएए एएएए एएएएएए एए एएएए एएएए

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Chapter 4 - एही� ठै�याँ�� झुलनी� ही रा�नी� ही� रा�मा�! (प्रश्न अभ्याँ�स)Question 1:हीमा�रा� आज़ा�दी� की� लड़ा�ई मा� समा�ज की उपे क्षि#त मा�नी ज�नी वा�ल वार्ग' की� याँ�र्गदी�नी भी� कीमा नीही) राही� ही�। इस कीही�नी� मा� ऐस ल�र्ग- की याँ�र्गदी�नी की� ल खकी नी किकीस प्रकी�रा उभी�रा� ही�?

इस कहा�नी� में ले�खक नी� टु�न्नू� व दुले�री� जै�स� पा�त्रों� क� में�ध्यमें स� उस वर्ग� क� उभा�रीनी� क क�शि"" क हा�,जै� समें�जै में हा�नी य� उपा�क्षि$त वर्ग� क� रूपा में दे�ख� जै�त� हा(। टु�न्नू� व दुले�री� ऐस� ले�र्ग हा(, जै� समें�जै में क� वले हा�य+ दृष्टि. स� दे�ख� जै�त� हा(। दुले�री� एक में"हूरी र्ग�ष्टियक� थी� व टु�न्नू� भा� दुले�री� क तरीहा उभा�रीत� र्ग�यक थी�। टु�न्नू� नी� आज़ा�दे4 क� शिलेए निनीक�ले� र्गए जैले�स� में भा�र्ग ले�करी व अपानी� प्रा�णों� क आहूनित दे�करी य� शिसद्ध निकय� निक य� वर्ग� में�त्रों नी�चनी� य� र्ग�नी� क� शिलेए पा�दे� नीहा; हुए हा( अनिपात� इनीक� मेंनी में भा� आज़ा�दे4 प्रा�प्त करीनी� क� जै�" हा�। इस� तरीहा दुले�री� द्वा�री� री�"में� स�नि?य� क� जैले�नी� क� शिलेए दे�नी� भा� एक बहुत ब?� कदेमें थी� तथी� इस� तरीहा जैल्स� में बतBरी र्ग�ष्टियक� जै�नी� व उसमें नी�चनी�−र्ग�नी� उसक� य�र्गदे�नी क ओरी इ"�री� करीत� हा�।

Question 2:कीठै�रा ह्रदीयाँ� समाझु� ज�नी वा�ल� दुल�रा� टुन्नू4 की� मा5त्याँ पेरा क्याँ- किवाचलिलत ही� उठै:?

दुले�री� क� स्वभा�व नी�रिरीयले क तरीहा थी�। वहा एक अक� ले� स्त्रों� थी�। इसशिलेए स्वयF क री$� हा�त� वहा कठो�री आचरीणों करीत� थी�। पारीन्त� अFदेरी स� वहा बहुत नीरीमें दिदेले क स्त्रों� थी�। टु�न्नू�, जै� उस� प्रा�में करीत� थी�, उसक� शिलेए उसक� ह्रदेय में बहुत ख�स स्था�नी थी� पारीन्त� वहा हामें�"� टु�न्नू� क� दुतक�रीत� रीहात� थी� क्य�निक टु�न्नू� उसस� उम्र में बहुत छो�टु� थी�। पारीन्त� ह्रदेय स� वहा उसक� प्राणोंय निनीव�देनी स्व�क�री करीत� थी�। फें क� द्वा�री� टु�न्नू� क मेंPत्य� क� समें�च�री पा�करी उसक� ह्रदेय देदे� स� फेंटु पा?� औरी आSख� स� आSस�ओं क धा�री� बहा निनीकले�। निकस� क� शिलेए नी� पास�जैनी� व�ले� ह्रदेय आजै शिचत्क�री रीहा� थी�। उसक मेंPत्य� नी� टु�न्नू� क� प्रानित उसक� प्रा�में क� सबक� समें$ प्रास्त�त

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करी दिदेय� उसनी� टु�न्नू� द्वा�री� दे4 र्गई ख�दे4 क धा�त� पाहानी ले�। 

Question 3:कीजल� दी;र्गल ज�स� र्गकितकिवालि<याँ- की� आयाँ�जनी क्याँ- हुआ कीरात� ही�र्ग�? की छ औरा पेरा;पेरा�र्गत ल�की आयाँ�जनी- की� उल्ल ख की�जिजए।

उस समेंय यहा आय�जैनी में�त्रों मेंFनी�रीFजैनी क� स�धानी हुआ करीत� थी�। पारीन्त� निफेंरी भा� इनीमें ले�र्ग� क प्रानितष्ठा� क� प्राश्न रीहा� करीत� थी�। इनी कजैले� र्ग�यक� क� ब�लेव�करी समें�री�हा क� आय�जैनी करीव�य� जै�त� थी� । अपानी� प्रानितष्ठा� क� उसक� स�थी जै�? दिदेय� जै�त� थी� औरी यहा� ऐस� समें�री�हा� क जै�नी हुआ करीत� थी�। उनीक हा�री जै�त पारी सब दिटुक� हुआ हा�त� थी�। भा�रीत में त� निवक्षिभान्नू स्था�नी� पारी अलेर्ग−अलेर्ग रूपा� में अनी�क� समें�री�हा निकए जै�त� हा(; जै�स�- उत्तरी भा�रीत में पाहालेव�नी� य� क� श्त� क� आय�जैनी, री�जैस्था�नी में ले�क सFर्ग�त व पा"� में�ले� क� आय�जैनी, पाFजै�ब में ले�कनीPत्य व ले�कसFर्ग�त क� आय�जैनी, देक्षि$णों में ब�ले� क� देFर्गले व हा�थी�−य�द्ध क� आय�जैनी निकय� जै�त� हा�।

Question 4:दुल�रा� किवाक्षिBष्ट कीही ज�नी वा�ल स�मा�जिजकी − स�;स्की5 कितकी दी�याँरा स बा�हीरा ही� किFरा भी� अकित किवाक्षिBष्ट ही�। इस कीथनी की� ध्याँ�नी मा� राखत हुए दुल�रा� की� च�रिराकिJकी किवाB षत�ए� लिलखिखए।दुले�री� ब�"क उनी स�में�जिजैक, स�Fस्कP नितक क� दे�यरी� स� ब�हारी हा� क्य�निक समें�जै क� प्रानितष्टिष्ठात ले�र्ग� द्वा�री� इनी प्रानितभा�व�नी व्यशि]य� व इनीक कले�ओं क� उशिचत सम्में�नी नीहा; ष्टिमेंले पा�य�। पारीन्त� अपानी� व्यशि]त्व स� इन्हा�नी� अपानी� एक अलेर्ग नी�में प्रा�प्त निकय� हा� जै� अनितनिवशि". हा�। दुले�री� क निवशि".त� उस� सबस� अलेर्ग करीत� हा�। य� इस प्राक�री हा( -

प्रभी�वाB�ल� र्ग�यियाँकी� − दुले�री� एक प्राभा�व"�ले� र्ग�ष्टियक� हा� उसक आव�ज़ा में मेंधा�रीत� व लेय क� स�न्देरी सFय�जैनी हा�। पाद्य में त� सव�ले − जैव�ब करीनी� में उस� क� "लेत� प्रा�प्त थी�। उसक� आर्ग� अच्छा� र्ग�यक भा� नीहा; ठोaक पा�त� थी�।दी B की प्रकित समार्पिपेOत − ब�"क दुले�री� प्रातय$ रूपा स� स्वतन्त्रोंत� सFग्रा�में में

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नी� क� दे4 हा� पारी वहा अपानी� दे�" क� प्रानित समेंर्पिपाdत स्त्रों� थी�। तभा� उसनी� फें क� द्वा�री� दे4, री�"में� स�नि?य� क� बFडले क�, निवदे�"� वस्त्रों� क� एकत्रों करीक� जैले�नी� हा�त� जै�ले�स में आए ले�र्ग� क� दे� दिदेय�। समार्पिपेOत प्र यिमाकी� − दुले�री� एक समेंर्पिपाdत प्रा�ष्टिमेंक� थी�। वहा टु�न्नू� स� मेंनी हा� मेंनी प्रा�में करीत� थी�। पारीन्त� उसक� जै�त�−जै� उसनी� अपानी� प्रा�में क� कभा� व्य] नीहा; निकय�। उसक मेंPत्य� नी� उसक� ह्रदेय में देब� प्रा�में क� आFस�ओं क� रूपा में प्राव�निहात करी दिदेय�। किनीडरा स्J� − दुले�री� एक निनीडरी स्त्रों� थी�। वहा निकस� स� नीहा; डरीत� थी�। अक� ले� स्त्रों� हा�नी� क� क�रीणों उसनी� स्वयF क री$� हा�त� अपानी� क� निनीडरी बनी�य� हुआ थी�। इस� निनीडरीत� स� उसनी� फें� क�F क दे4 हुई स�?� जै�ले�स में फें क दे4। टु�न्नू� क मेंPत्य� क� पाश्चा�त उसनी� अFग्रा�जै निवरी�धा� समें�री�हा में भा�र्ग शिलेय� तथी� र्ग�यनी पा�" निकय�।स्वा�क्षिभीमा�नी� स्J� − दुले�री� एक स्व�क्षिभामें�नी� स्त्रों� थी�। वहा अपानी� सम्में�नी क� शिलेए समेंझौBत� करीनी� क� शिलेए कतई त�य�री नीहा; थी�। इसशिलेए उस� उसक र्ग�यक में क�ई भा� हारी� नीहा; सकत� थी�।

Question 5:दुल�रा� की� टुन्नू4 स पेहील� बा�रा पेरिराचयाँ कीही�� औरा किकीस रूपे मा� हुआ?टु�न्नू� व दुले�री� क� पारिरीचय भा�दे� में त�ज़ा क� अवसरी पारी ख�जैव�S ब�ज़ा�री में हुआ थी�। जैहा�S वहा र्ग�नी� क� शिलेए ब�लेव�ई र्गई थी�। दुक्क? पारी र्ग�नी�व�शिलेय� में दुले�री� क� ख�स� नी�में थी�। उसस� पाद्य में हा� सव�ले−जैव�ब करीनी� क मेंहा�रीत हा�शिसले थी�। ब?� − ब?� र्ग�यक उसक� आर्ग� पा�नी� भारीत� नीज़ारी आत� थी� औरी यहा� क�रीणों थी� निक क�ई भा� उसक� सम्में�ख नीहा; आत� थी�। उस� कजैले� देFर्गले में उसक में�ले�क�त टु�न्नू� स� हुई थी�। एक स�लेहा−सत्रोंहा वर्ष� क� ले?क� नी� दुले�री� क� भा� अपानी� आर्ग� नीतमेंस्तक करी दिदेय� थी�। यहा एक उभारीत� कजैले� र्ग�यक थी� पारीन्त� ब?� − ब?� क� पा�नी� निपाले� दे�, व� $मेंत� थी� उसमें। इस कजैले� र्ग�यक नी� दुले�री� क� मेंनी में�त्रों 6 मेंहा�नी� में जै�त शिलेय� थी�।

Question 6:दुल�रा� की� टुन्नू4 की� याँही कीहीनी� कीही�� तकी उलिचत थ� - "तR सराबाउल� बा�ल जिज़ान्दीर्ग� मा� कीबा दी खनी ल�टु?...!"दुल�रा� स इस आपे # मा� आज

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की याँवा� वार्ग' की लिलए क्याँ� स;दी B लिछपे� ही�? उदी�हीराण सकिहीत स्पष्ट की�जिजए।यहा�S दुले�री� नी� उनी ले�र्ग� पारी आ$�पा निकय� हा� जै� असले जिज़ान्देर्ग� में क� छो करीत� नीहा; में�त्रों दुसरी� क नीकले पारी हा� आक्षिiत हा�त� हा(। उसक� अनी�स�री इस जिज़ान्देर्ग� में कब क्य� हा� जै�ए क�ई नीहा; जै�नीत�। इस जिज़ान्देर्ग� में कब नी�टु य� धानी दे�खनी� क� ष्टिमेंले जै�ए क�ई क� छो नीहा; जै�नीत�। इसशिलेए हारी पारिरीस्थिस्थानित क� शिलेए त�य�री रीहानी� च�निहाए।

Question 7:भी�रात की स्वा�<नीत� आ;दी�लनी मा� दुल�रा� औरा टुन्नू4 नी अपेनी� याँ�र्गदी�नी किकीस प्रकी�रा दिदीयाँ�?निवदे�"� वस्त्रों� क� ब�निहाष्क�री हा�त� चले�ए जै� रीहा� आन्दे�लेनी में दुले�री� नी� अपानी� य�र्गदे�नी री�"में� स�?� व फें क� द्वा�री� दिदेए र्गए री�"में� स�?� क� बFडले क� दे�करी दिदेय�। ब�"क वहा प्रात्य$ रूपा में आन्दे�लेनी में भा�र्ग नीहा; ले� रीहा� थी� निफेंरी भा� अप्रात्य$ रूपा स� उसनी� अपानी� य�र्गदे�नी दिदेय� थी�। टु�न्नू� नी� स्वतन्त्रोंत� सFग्रा�में में एक शिसपा�हा� क तरीहा अपानी� य�र्गदे�नी दिदेय� थी�। उसनी� री�"में� क� त�� व टु�पा� क� स्था�नी पारी ख�दे4 क� वस्त्रों पाहानीनी� आरीम्भ करी दिदेय�। अFग्रा�जै निवरी�धा� आन्दे�लेनी में वहा सनिmय रूपा स� भा�र्ग ले�नी� लेर्ग र्गय� थी� औरी इस� सहाभा�निर्गत� क� क�रीणों उस� अपानी� प्रा�णों� क� ब�शिलेदे�नी दे�नी� पा?�।

Question 8:दुल�रा� औरा टुन्नू4 की प्र मा की पे�छ उनीकी� कील�की�रा मानी औरा उनीकी� कील� थ�? याँही प्र मा दुल�रा� की� दी B प्र मा तकी की� स पेहु�च�त� ही�?दुले�री� औरी टु�न्नू� क� ह्रदेय में एक दूसरी� क� प्रानित अर्ग�धा प्रा�में थी� औरी य� प्रा�में उनीक कले� क� में�ध्यमें स� हा� उनीक� जै�वनी में आय� थी�। दुले�री� नी� टु�न्नू� क� प्रा�में निनीव�देनी क� कभा� स्व�क�री� नीहा; पारीन्त� वहा मेंनी हा� मेंनी उसस� बहुत प्रा�में करीत� थी�। वहा यहा भाले� भा�Fनित जै�नीत� थी� निक टु�न्नू� क� प्रा�में "�री�रिरीक नी� हा�करी आत्मित्मेंय प्रा�में थी� औरी टु�न्नू� क इस� भा�वनी� नी� उसक� मेंनी में उसक� प्रानित iद्ध� भा�वनी� भारी दे4 थी�। पारीन्त� उसक मेंPत्य� क� समें�च�री नी� उसक� ह्रदेय पारी जै� आघा�त निकय�, वहा उसक� शिलेए असहानी�य थी�। अFग्रा�जै अफेंसरी द्वा�री� उसक निनीदे�यत� पा�व�क हात्य� नी�, उसक� अन्देरी क� कले�क�री क� प्रा�रिरीत निकय� औरी उसनी� स्वतन्त्रोंत� स�नी�निनीय� द्वा�री� आय�जिजैत समें�री�हा

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में अपानी� र्ग�यनी स� नीई जै�नी फें�F क दे4। यहा� स� उसनी� दे�" प्रा�में क� में�र्ग� च�नी�।

Question 9:जल�ए ज�नी वा�ल किवादी B� वास्J- की ढे रा मा� अलि<की�B; वास्J Fटु −पेरा�नी थ पेरा;त दुल�रा� द्वा�रा� किवादी B� यिमाल- मा� बानी� की�रा� स�किड़ायाँ- की� F� की� ज�नी� उसकी� किकीस मा�नीलिसकीत� की� दीB�'त� ही�?दुले�री� द्वा�री� निवदे�"� वस्त्रों� क� ढे�री में क�री� री�"में� स�नि?य� क� फें क� जै�नी� यहा दे"��त� हा� निक वहा एक सच्ची� निहान्दुस्त�नी� हा�, जिजैसक� ह्रदेय में दे�" क� प्रानित प्रा�में व आदेरीभा�व हा�। दे�" क� आर्ग� उसक� शिलेए स�नि?य� क� क�ई में�ल्य नीहा; हा�। वस्त्रों त� घारी-घारी स� फें क� र्गए थी� पारी व� स�री� वस्त्रों य� त� पा�री�नी� थी� य� त� निर्गस� हुए य� फेंटु� हुए थी�। पारीन्त� उसक� वस्त्रों निबलेक� ले नीए थी�। उसक� ह्रदेय में उनी री�"में� स�नि?य� क� में�हा नीहा; थी�। में�हा थी� त� अपानी� दे�" क� सम्में�नी क�। वहा उसक सच्ची� दे�" प्रा�में� क में�नीशिसकत� क� दे"��त� हा�।

Question 10:"मानी पेरा किकीस� की� बास नीही); वाही रूपे याँ� उमारा की� की�याँल नीही) ही�त�।" टुन्नू4 की इस कीथनी मा� उसकी� दुल�रा� की प्रकित किकीB�रा जकिनीत प्र मा व्यक्त हुआ ही� पेरा;त उसकी किवावा की नी उसकी प्र मा की� किकीस दिदीB� की� ओरा मा�ड़ा�?टु�न्नू� दुले�री� स� प्रा�में करीत� थी�। वहा दुले�री� स� उम्र में बहुत हा� छो�टु� थी�। वहा में�त्रों सत्रोंहा − स�लेहा स�ले क� ले?क� थी�। दुले�री� क� उसक� प्रा�में उसक उम्र क नी�दे�नी� क� अले�व� क� छो नीहा; लेर्गत� थी�। इसशिलेए वहा उसक� नितरीस्क�री करीत� रीहात� थी�। पारीन्त� इनी व�क्य� नी� जै�स� एक अल्हा? ले?क� में प्रा�में क� प्रानित सच्ची� भा�वनी� दे�ख�। उसक� प्रा�में "री�री स� नी� जै�?करी उसक आत्में� स� थी�। टु�न्नू� क� द्वा�री� कहा� वचनी� नी� दुले�री� क� ह्रदेय में उसक� आसनी क� औरी दृढ़त� स� स्था�निपात करी दिदेय�। टु�न्नू� क� प्रानित उसक� निवव�क नी� उसक� प्रा�में क� iद्ध� क� स्था�नी दे� दिदेय�। अब उसक� स्था�नी अन्य क�ई व्यशि] नीहा; ले� सकत� थी�।

Question 11:'एही� ठै�याँ�� झुलनी� ही रा�नी� ही� रा�मा�! की� प्रत�की�थ' समाझु�इए।

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इस कथीनी क� "�ब्दिuदेक अथी� हा� निक इस� स्था�नी पारी में�री� नी�क क लेvर्ग ख� र्गई हा�, में( निकसस� पा�छो� S? पारीन्त� यदिदे दुले�री� क मेंनी�स्थिस्थानित दे�ख त� जिजैस स्था�नी पारी उस� र्ग�नी� क� शिलेए आमेंFनित्रोंत निकय� र्गय� थी�, उस� स्था�नी पारी टु�न्नू� क मेंPत्य� हुई थी� त� उसक� प्रात�क�थी� हा�र्ग� - इस� स्था�नी पारी में�री� निप्रायतमें में�झौस� निबछो? र्गय� हा�। अब में( निकसस� उसक� ब�री� में पा�छो� S  निक में�री� निप्रायतमें में�झौ� कहा�S ष्टिमेंले�र्ग�? अथी��त+ अब उसक� निप्रायतमें उसस� निबछो? र्गय� हा�, उस� पा�नी� अब उसक� बस में नीहा; हा�।